Compliments sweekar karna – अक्सर जब कोई हमारी तारीफ करता है, तो हम उसे टालने या नकारने की कोशिश करते हैं। लेकिन आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए यह ज़रूरी है कि हम प्रशंसा को खुले दिल से स्वीकार करें। जब कोई आपकी अच्छाइयों की तारीफ करे, तो उसे मुस्कुराकर “धन्यवाद” कहें और उसे स्वीकार करने की आदत डालें।
Increase your confidence Day 2 – Compliments sweekar karna
नमस्ते! आत्मविश्वास बढ़ाने के सफर में दिन 2 में आपका स्वागत है। मैं आशा करती हूँ कि आपने कल का अपना चैलेंज अच्छी तरह से पूरा किया होगा। हो सकता है कि आज आपको उसके नतीजे न दिखें, लेकिन कुछ दिनों बाद जरूर नजर आएंगे। चलिए, आज के चैलेंज की ओर बढ़ते हैं।
आत्मविश्वास महसूस न करने का एक कारण यह भी है कि कई लोगों को कॉम्प्लिमेंट (प्रशंसा) पसंद नहीं होती। कुछ लोग यह नहीं चाहते कि कोई उनकी तारीफ करे। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब कोई आपकी तारीफ करता है, तो आपको लगता है कि शायद आप इसके काबिल नहीं हैं।
कुछ लोग तो कॉम्प्लिमेंट को मानो कैच-कैच के खेल की तरह लेते हैं—जैसे ही कोई उनकी तारीफ करता है, वे सामने वाले की तारीफ करना शुरू कर देते हैं। कभी-कभी, जब कोई आपकी सराहना करता है, तो आप उसे नकारना या उसकी आलोचना करना शुरू कर देते हैं।
उदाहरण के लिए:
सुरेश अपनी पत्नी सरिता के बनाए खाने की तारीफ करता है, लेकिन सरिता तुरंत उसे समझाने लगती है कि यह खाना उतना अच्छा नहीं है और इसे और बेहतर बनाया जा सकता था।
विनम्र रहना अच्छी बात है, लेकिन कभी-कभी तारीफ को स्वीकार करना भी उतना ही ज़रूरी होता है। इसलिए, आज का आपका चैलेंज यह है कि आज और आगे से हमेशा, जब भी कोई आपकी तारीफ करे, उसे नकारने या खारिज करने की बजाय खुले दिल से स्वीकार करें।
मुझे उम्मीद है कि आप आज का चैलेंज अपनाएँगे और आत्मविश्वास की ओर एक कदम और बढ़ाएंगे! 😊